अगर T20 World Cup से बाहर तो इंडिया छोड़ दूँगा: कोहली




खबर में दम है कि विराट कोहली इस जून में वेस्टइंडीज़ और अमेरिका में होने वाली टी 20 वर्ल्ड कप में शायद नहीं खिलाए जाएंगे। कोहली के करीबी लोग ये भी कहते हैं कि अगर ऐसा हुआ तो कोहली इंडिया के लिए खेलना ही छोड़ देंगे, फिर वो सिर्फ आई पी एल में ही नजर आएँगे। चलिए पहले इस खबर की सत्यता पर ध्यान दे देते हैं कि क्या विराट कोहली वाकई टी 20 वर्ल्ड कप में नहीं खिलाए जाएंगे? कोलकाता के अखबार में ये खबर छपी है कि बोर्ड के आका जे शाह ने मुख्य चयनकर्ता अजीत अगड़कर को पूरी छूट दे दी है कि वो चाहे तो कोहली को टीम में रखें और ना चाहे तो ना रखें। कोहली को समझाने की कोशिश करो जे शाह अजित अगरकर से कहा कि इंडिया के लिए टी 20 क्रिकेट खेलने से संन्यास ले ले। अब जे शाह ने कुछ ही दिनों पहले यह कहा था कि रोहित शर्मा टी 20 वर्ल्ड कप के कप्तान होंगे यानी चयनकर्ताओं के होते हुए जे शाह ये तो ऐलान कर सकते हैं। की रोहित शर्मा टीम के कप्तान होंगे पर कोहली के मामले में उन्होंने ये निर्णय चयनकर्ताओं के हाथ में छोड़ दिया है। वैसे अजित अगरकर इस बारे में कोहली से पहले भी बात कर चूके हैं। इसके रहते कोहली ने अफगानिस्तान के खिलाफ़ जब दूसरे टी 20 मैच में इस जनवरी में वापसी की थी तो पारी की शुरुआत करते हुए उन्होंने ताबड़तोड़ 29 रन सिर्फ 16 गेंदों में बनाए थे, जिसमें पांच चौके थे। कोहली के आलोचक इस बात को मानते हैं कि मिडिल ओवरर्स में यानी पारी के साथ में से लेकर 15 में ओवर तक कोहली तेज स्कोरिंग नहीं कर पाते हैं। इसके रहते उनसे अब पारी की शुरुआत भी करवाई जाती है। अब जब आपके पास मध्यक्रम में सूर्य कुमार यादव और रिंकू सिंह, शिवम दुबे और तिलक वर्मा जैसे फोडू बैट्समैन हैं तो हम कोहली में क्यों फंसे रहे? कोहली रन तो काफी देते हैं पर जब स्कोर 200 का होना चाहिए तो वह 180 रन पर ही टिका देते हैं। दूसरी टीम को अपने को संभालने का मौका भी दे देते हैं। आने वाले बैट्समैन पर प्रेशर भी बना देते हैं कोहली फिर ये भी कहा जा रहा है कि टी 20 का वर्ल्ड कप वेस्टइंडीज़ की स्लो पिज्जों पर होना है।
 
ऐसे में कोहली की स्लो बैटिंग टीम को बहुत नुकसान दे सकती है। वैसे भी इंडिया पर बहुत प्रेशर है कि इतने साल हो गए हैं और इंडिया ने कोई भी बड़ी ट्रॉफी नहीं जीती है। अब क्रिकेट बोर्ड से और फन से ये सहन नहीं होता और माना ये भी जा रहा है कि कोहली के रहते हुए भी टीम ने कुछ खास क्या उखाड़ लिया था तो एक बार बिना कोहली के बगैर भी खेल के देख लेते हैं। वैसे भी 1 साल से ज्यादा समय से विराट कोहली टी 20 क्रिकेट नहीं खेल रहे थे। जब अफगानिस्तान के खिलाफ़ इस साल जनवरी में उनकी वापसी हुई तो दो मैचों में उन्होंने 29 रन और शून्य बनाए थे। सुनने में तो लगता है कि इस दलील में दम है। अब चलिए उनको भी सुन लेते हैं जो कहते हैं कि कोहली नहीं तो टीम इंडिया नहीं, वैसे भी। खबर फैल चुकी है कि अगर कोहली टीम में नहीं हुए तो कोहली के फँस बोर्ड के ऑफिसर्स में आग लगा देंगे। दंगे करेंगे कोहली के फँस कहते हैं कि कोहली हमेशा से बोर्ड की साजिशों के शिकार रहे हैं। जब अच्छे खासी कप्तानी कर रहे थे तो कोहली को ये कह कर हटा दिया गया था कि आपकी कप्तानी में इंडिया कोई बहुत बड़ा ट्रॉफी या टूर्नामेंट जीत नहीं पा रही है।
 
किसी और को ट्राई करते है जो चाहते है की कोहली टी 20 टीम में रहे और उनके करियर में कोई एक काला चिन्ह ना है। वो कहते है की एक बार उनके आंकड़ों पे तो ध्यान दे दीजिये। 376 टी 20 के मैचों में कोहली ने 371 छक्के मारे है। यानी हर पारी में एक छक्का तो लगाते ही है, 133 का स्ट्राइक रेट है। इतने सालों के बाद भी इतना बड़ा स्ट्राइक रेट कोई छोटी बात नहीं है। इंडिया के लिए 117 मैचों में उनका स्ट्राइक रेट तो 140 छू रहा है।
 
अभी अभी पिछले साल ही ओह डी आई वर्ल्ड कप में कोहली ने 765 रन बनाए थे। 11 पारियों में तीन सेकड़े और छह हाफ सेंचुरीज़ सोच के ही जमीन हिल जाती है। अगर टी 20 की बात करें तो सोचिए मेलबर्न का वो मैच पाकिस्तान के खिलाफ़ अगर कोहली अपनी जुझारू पारी नहीं खेलते तो क्या हम पाकिस्तान को हरा पाते? कई फँस के लिए तो पाकिस्तान को हराना ही अपने आप में वर्ल्ड कप जीतना है। उधर, अनिल कुंबले एक और बहुत बड़ी और सटीक बात कहते हैं। कुंबले कहते हैं की कोहली के रन और उनकी स्कोरिंग रोड को छोड़ दीजिए। बंदे के एग्रीशन से ही पूरी टीम में जोश भर जाता है। गौरव की टीमों के खिलाफ़ ये खूंखारपन काफी काम आता है। कोहली के करीबी कह रहे हैं कि अगर अजित अगरकर  ने कोहली से ये बात की कि वो टी 20 वर्ल्ड कप से बाहर हो जाए तो कोहली इंडिया के लिए खेलना ही छोड़ देंगे। आई पी एल में खेलेंगे और हो सकता है कि दुनिया की और लीग्स में भी खेलेंगे। इंडिया के लिए खेलते हुए जो करियर दो 3 साल में खत्म हो जाता वो इस तरह से छह 7 साल और खिंच जाएगा। आखिर महेंद्र सिंह धोनी भी तो यही करते हैं। धोनी 2019 से इंडिया के लिए नहीं खेल रहे और तब से लेकर अब तक आई पी एल में ही अपने जलवे बिखेरते हैं। कुछ भी हो कोहली को लेकर ये चिंगारी जो भड़की है उसके शोले काफी कई महीनों तक आगे धड़कते रहेंगे।